Amazon vs Big Bazaar | अंबानी को Big Bazaar बेचने वाला मालिक जा सकता है जेल !

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Amazon Vs Big Bazaar : Big Bazaar डील को लेकर क्यों छिड़ा है ‘युद्ध’ ?

Amazon vs Future Retail :अंबानी को Big Bazar बेचने वाला मालिक जा सकता है जेल ! एक बहुत आम सी बात है इस देश में आप सरकार के खिलाफ तो लड़ सकते हैं पर अम्बानी के खिलाफ नहीं लड़ सकते और अगर लड़ेगे तो बर्बाद हो जाएंगे। आम आदमी कि तो छोड़ो सरकारे भी अम्बानी से टकराने की हिम्मत नहीं जुटा पाती ऐसे में एक विदेशी कंपनी ने अम्बानी को चुनोति दे दी है ।

amazon vs future retail

Amazon vs Big Bazaar : अंबानी को बिग बाजार बेचने वाला मालिक जा सकता है जेल ! ऐसी चुनोति दी है कि रिलायंस को पसीना आ गया है पूरी कहानी बातएंगे इस आर्टिकल में बस एक लाइन में समझिये कि अम्बानी के चक्कर में बिग बाज़ार के मालिक किशोर बियानी को जेल जाना पड़ा सकता है। अदालत ने उनके घर, मकान, दुकान, बंगला, गाड़ी और सारी कंपनीयों कि लिस्ट ले ली है और उनपर कहीं कोर्ट कि मोहर ना लग जाए।

कमाल का केस है यह की खरीदार मौज में है और बेचने वाला बेचैन हैं क्योंकि सवाल अम्बानी का है मामला बहुत पेचीदा है लेकिन इसे समझना जितना जरुरी है उसे ज्यादा दिलचस्प क्योंकि यह संसार के दो सब से अमीर लोगों के बीच कि जंग है यह जंग दिल्ली से लेकर सिंगापुर तक लड़ी जा रही है।

अम्बानी के रिलायंस के खिलाफ मोर्चा खोला है संसार के सबसे विशाल ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी Amazon ने जी हां वहीं Amazon.com जिससे आप घर बैठ बैठ सामान खरीदते हैं।

इस केस के 3 खिलाडी हैं पहले खिलाडी हैं मुकेश अम्बानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मलिका दूसरे खिलाडी हैं जेफ बेज़ोस Amazon के मलिका और तीसरे बिग बाजार के मलिका किशोर बियानी, बिग बाजार के बारे में अपने सुना होगा।

Mukesh Ambani or kishore biyani

अगर आप दिल्ली, मुंबई, कोलकत्ता, नोएडा, बंगलुरू, पटना, भोपाल, रांची कभी गये हो तो बिग बज़ार के स्टोर से आपका पाला पड़ा होगा हर तरह का सामान बेचने वाले विशाल स्टोर की श्रृखला (चैन) है यह इस फ्यूचर रिटेल नाम कि कंपनी चलती है फ्यूचर ग्रुप कहीं तरह के काम करता है।

इंश्योरेंस का, प्रोडक्शन का, मार्केटिंग का सब के मालिक किशोर बियानी ही है उनकी ऐसी ही एक कंपनी है Future coupon यह तो हुए खिलाडी अब समझिये खेल को जब से अम्बानी ने रिटेल यानी खुदरा कारोबार में उतरने का एलान किए तो उनकी नज़र बिग बाजार पर पड़ी इस कारोबार को Jio Mart नाम दिया गया।

2020 में जब पूरी दुनिया Corona काल से लड़ रही थी लोगों के पास खाने के लिए खाना नहीं था काम नहीं था, नौकरी नहीं थी, रोजगार खत्म थे तब अम्बानी कि कंपनी अच्छी चल रही थी वो देखते है देखते दुनिया के 10 नंबर के अमीर से 3 नंबर के अमीर बना चुके थे इस अमीरी में जिओ का जबरदस्त योगदान था।

कहते हैं अमीरो के बीच की दोस्ती बहुत अच्छी होती है पर ऐसा क्या हुआ जो कि Amazon और अम्बानी के बीच की लड़ाई का समाधान हाईकोर्ट और सरकार भी नहीं करा पाई।

अगस्त 2019 में Amazon ने Big Bazaar वाले Future Retail से Future Coupon कि 49% हिस्सेदारी खरीद ली। Future Coupon का सौदा Future Retail ने किया था उसी महीने मुकेश अम्बानी के Reliance ने ऐलान किया कि वह Future group कि सारी कंपनी के काम खरीदेंगा उसमे Big Bazaar चलने वाली Future Retail भी शामिल है।

24,713 करोड़ सौदा पक्का हो जाता है दोनों कंपनीयों ने मीडिया को भी बता दिया है कि हमने सौदा पक्का कर लिए है लेकीन उसी बीच Amazon ने बोल दिया कि फ्यूचर ग्रुप यह सौदा कर ही नहीं सकता किसी भी सौदे से पहले Amazon से पूछना पड़ेगा जो फ्यूचर ग्रुप ने नहीं पूछा।

Amazon जाता है Singapore International Arbitration Centre (SIAC), यह Centre दुनिया भर कि कंपनीयों के बीच तथ्यो के आधार पर सही गलत का फैसला सुनता है इस के फैसलो को अदालत भी मानती है तो Arbitration Centre ने कहा फैसला तो बाद की बात सब से पहले हम सौदा पर रोका लगते हैं मतलब रिलायंस बिग बाजार पर मालिकाना हक नहीं जता सकता।

मुकेश अम्बानी और किशोर बियानी दोनों इस फैसले भड़का गए कि यह हमारे देश के मामला है इस में सिंगापुर का क्या काम हम मानते ही नहीं किशोर बियानी नवंबर 2020 के महीने मे Singapore के International Arbitration Centre (SIAC), के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट चलें गये दिल्ली हाईकोर्ट ने याचिका पर रोका लगा दी लेकिन जनवरी में सौदे को कुछ शर्तो के साथ मंजूरी दे दी इस बार Amazon हाईकोर्ट पंहुचा उसी पर फैसला आया है।

Amazon vs Future Retail

दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने निर्देश में कहे दिया है। Singapore International Arbitration Centre (SIAC), ने जो फैसला सुनाया है उसका एक वैधानिक महत्व है वो हवा मे नहीं है उसने रिलायंस के साथ जो 24,713 करोड़ रूपये की साथ जो रोक लगाई है।

वो ठीक है और जारी रहेगी इतना ही नहीं Justice J.R. Midha यह भी कहे दिया कि फ्यूचर रिटेल ने रिलायंस के सौदे के मामले में जानबूझकर आदेश की तौहीन कि है उस नज़रअंदाज़ किया है आपको इस के नतीजे भुगतने होंगे वो अंजाम क्या होगा।

इसका फैसला बाद में करेंगे लेकिन पहले हम इस गुस्ताखी के लिए आपके ऊपर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगते हैं 2 हफ्ते के अंदर इस रकम को प्रधानमंत्री राहतकोष में जमा कराये इस से रकम को गरीब बुजुर्गों को टीका लगने में खर्च किया जाएगा।

अदालत ने गुस्से में कहा क्यों न हम बियानी और दूसरों को 3 महीने के लिए जेल भेज दे क्यों की फ्यूचर रिटेल की नियत में ही खोट है हाईकोर्ट ने हुकुम दिया कि बियानी 28 अप्रैल को खुद हज़िर हो और अपनी सम्पतियों के दस्तावेजों लेकर आएं देखते हैं आगे क्या करना है।

अदालत ने अपने फैसले में लिखा कि Future Retail ने Amazon से 1,431 करोड़ रुपया इस आधार पर लिए था कि वह Future coupons Private Limited की अधिकार बेचने के लिया कि उनकी इजाजत के बिना खुदरा करोबार यानि बिग बाजार के सौदा नहीं करेंगे बियानी ने इस वादे को तोड़ा है लेकिन उसे अफ़सोस नहीं है फ्यूचर ग्रुप कि नियत ईमानदार नहीं लगती अदालत में उसका जोर इस बात पर रहा कि वह ट्रिलियन डॉलर कंपनी है ।

Amazon 1,431 करोड़ रुपया जो निवेश किया वो उसके लिए बहुत छोटी रकम है Amazon को इस रकम के बारे में भूल जाना चाहिए क्योंकि इसकी कीमत आज की तारीख में उसके लिए ज़ीरो ( zero) हो चुकी है। अब देखना यह होगा कि 28 अप्रैल को अदालत बियानी को क्या फैसला सुनती है अगर बियानी अपनी गलती नहीं मानते हैं तो उन्हें जेल भी जाना पड़ा सकता है।