GPS Kya Hai ? : – जब आप किसी अनजान जगह जाते हैं तो अपनी Location को Track करने के लिए और अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए GPS का उपयोग जरूर करते होंगे। लेकिन किए अपने कभी सोचा है कि GPS में ऐसा क्या होता है जो कुछ ही सेकंड में आपकी Location को Track कर सकते हैं।
आखिर एक Object की Location के लिए यह पूरा GPS system कैसे काम करता है आज हम इस ब्लॉग में आपको आज पूरी जानकारी देगा GPS की। तो चलिए जानते है की GPS Kya Hai ?
GPS क्या हैं? – What is GPS In Hindi?
Table of Contents
GPS का पूरा नाम Global Positioning System है। जिसे Navstar भी कहा जाता है, GPS Basically एक Satellite-Based Radio Navigation System है। ये हमारी Location के बारे में जानकारी देता है। ये Location के साथ साथ हमारे वेग (Velocity) और समय के सिंक्रनाइज़ेशन (Time Synchronization) की Information भी देता है। ये हमे एक जगह से दूसरी जगह जाने का सही रास्ता दिखाता है।
GPS का इतिहास क्या है ?
GPS एक US Goverment का एक प्रोजेक्ट है जिसे US Goverment द्वारा मिलिट्री के लिए Use करने 1973 में एक प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया गया था इस प्रोजेक्ट के तहत पहली satellite 1968 में लॉन्च कि गई उस समय GPS का यूज़ केवल US मिलिट्री के द्वारा ही किया जाता था। GPS कि हैल्प से US Air Force दुश्मन देशों के जहाज़ों को और वायुयानों और अन्य सैन्यशक्ति का पता लगा कर उन्हें नष्ट करती थी।
GPS को जनता के लिए कब से लागू किया ?
1983 में अमेरिकी सरकार ने कहा कि हम GPS को हम पब्लिकली देगा और दूसरे विश्व युद्ध कि सारी कवरेज के 24 satellite कि जरूरत पड़ने वाली थी इसलिए GPS को आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाने के लिए US Goverment द्वारा पहली Satellite 14 February 1989 को और 24 भी Satellite 1994 को लॉन्च की। 1995 में पहली बार GPS को आम पब्लिक के लिए खोला दिया गया। लेकिन उसे समय इसकी Accuracy और Quality इतनी अच्छी नहीं थी।
सन् 2000 तक US Goverment ने GPS Service को बेहतर बनाने के लिए बहुत प्रयास किए। जिसकी बजायें से सन् 2000 से GPS कवरेज ठीक तरह से पूरी दुनिया में काम करने लगा। 1968 से अब तक अमेरिका अब GPS System के लिए 72 Satellite लॉन्च कर चुका है। जिसमे से 2 Satellite कि लॉन्चिंग असफल रही वर्तमान में इन 70 Satellite में से 33 GPS Satellite पृथ्वी कि सतह से 20180 किलो मीटर ऊपर अपने Orbit में मौजूद है।
लेकिन केवल 31 Satellite ही पूरी तरह से एक्टिवेट है 20180 किलो मीटर अपने Orbit कि सतह से हमारी पूरी पृथ्वी को कवर करने के लिए केवल 24 Satellite कि जरूरत होती है जबकि शेष बची हुई Satellite इन 24 Satellite के बीच की Gap को Fill करती है।
GPS काम कैसे करता है?
दरसल हमारे स्मार्टफोन या किसी भी GPS यूनिट में एक GPS Receiver लगा होता है जो Satellite से भेजे गये सिग्नल को रिसीव करता है पृथ्वी के Orbit में चक्कर लगा रही प्रत्येक GPS Satellite एक निश्चित समय अतराल के बाद सिग्नल भेजती रहती है इस सिग्नल में उस Satellite कि Current Position और निश्चित समय मौजूद होते हैं समय की सटीक गणना की लिए इसमे Atomic Clock का उपयोग किए जाता है।
Atomic Clock ऐसी Clock होती है जो लाखों करोड़ों सालो तक भी सही समय बता सकती है इस Clocks में किसी भी तरह कि गड़वडी होने की संभावना नहीं होती जब Satellite के द्वारा भेजे गये सिग्नल पृथ्वी पर मौजूद किसी GPS Receiver के संपर्क में आते हैं तो Receiver इन सकेतो को Read करता है।
जैसे ही GPS Receiver को यह सकेत प्राप्त होते हैं तो Receiver Signal प्राप्त होने के टाईम में से भेजे गये टाईम को घटा कर यह प्राप्त कर लेता है कि Signal भेजने वाली Satellite उस से कितनी दूरी पर है निकला देता है और वो किस Location पर मौजूद है अगर GPS Receiver को 3 Satellite से Signal मिला जाए तो GPS आपकी Location को निर्धारित कर सकते हैं । अपकी Location को निर्धारित करने के इस process को Trilateration Process कहा जाता है।
GPS के उपयोग – Uses of GPS
GPS के वैसे तो बहुत से उपयोग है पर मै आपको कुछ मुख्य उपयोग बता देता हूँ।
- Location :- एक Position की पहचान करना
- Navigation :- एक Location से दूसरी जगह जाना।
- Tracking :- अपने Object कि मोमेंट को Track करना।
- Mapping :- दुनिया भर के किसी भी Map को Create करना।
Conclusion
इस लेख में हमने आपको बताया है की GPS Kya Hota Hai? GPS की जरुरत क्यों और कहाँ पड़ती है? GPS काम कैसे करता है? GPS को जनता के लिए कब से लागू किया ?– ये सब हमने आपको इस एक article में बताया है। हमे आशा है कि इस लेख से आपको पता चल गया होगा GPS के बारे में ? और ये आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा।