Christmas Day 2020
क्रिसमस Christmas day का बड़ा दिन ईसाइयों का पवित्र पर्व है। यह पर्व प्रतिवर्ष 25 दिसम्बर को मनाया जाता है। इसी दिन ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह का जन्म हुआ था। उसी खुशी में यह पर्व मनाया जाता है। इस दिन के बाद क्रमश; दिन बडे होने लगते हैं इमलिए इसको बड़ा दिन भी कहते हें। लोग क्रिसमस पर क्रिसमस tree बनाते हैं और उसको सजाते है। क्रिसमस पर बाज़ारों में भी बहुत रोनक होती है । बाज़ारों में भी सजावट देखने को मिलती है।
पर्व से एक दिन पहले यानी 24 दिसम्बर को लोग अपने घरों को सजाते हैं। रात को वे लोग अपने घरों को प्रकाश तथा बल्बों से रोशन करते हैं। इसी दिन आधी रात को ईसा मसीह का जन्म हुआ था। उनके ज्ञान का प्रकाश विश्व में फैला था। अत: लोग अपने घरों को प्रकाशित कर देते हैं। ठीक बारह बजे गिरिजाघरों के घड़ियाल बज उठते हैं। लोग प्रार्थना करते हैं और शुरू हो जाता है बड़ा दिन का त्योहार। लोग क्रिसमस पर क्रिसमस tree बनाते हैं और उसको सजाते है। क्रिसमस पर बाज़ारों में भी बहुत रोनक होती है । बाज़ारों में भी सजावट देखने को मिलती है।
रोत्रि के बारह बजे से एक बजे तक प्रार्थना सभाएँ आयोजित की जाती हैं। सभी ईसाई भाई-बहन एक-दूसरे को बधाई देते हैं। उस दिन प्रत्येक घर में उत्सव मनाया जाता है। तरह-तरह के पकवान, केक तथा मिष्ठान बनाए जाते हैं। उन्हें ईसाई बन्धु अपने सम्बन्धियों तथा अन्य मित्रों के साथ मिल-बाँटकर खाते हें।
बड़ा दिन मानव मात्र के लिए प्रेम तथा भाईचारे का दिन है। प्रभु ईसा-मसीह दया तथा करुणा की साकार मूर्ति थे। उन्होंने सबको समान समझा। दीन-दुखियों की सेवा कौ तथा उन्हें गले लगाया। ईसा मसीह ने सबको क्षमा एवं सहनशीलता की शिक्षा दी। इतना . महत्त्वपूर्ण होने के कारण ही इस पर्व का बड़ा दिन नाम भी प्रचलित तथा सार्थक है।